ज़िला उन्नाव/क्षेत्र के ग्राम इस्माइलपुर आंबापारा निवासी यश भारती से सम्मानित फारूक अहमद ने 28 अप्रैल 2017 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बांगरमऊ को जिला घोषित किए जाने की मांग की थी। साथ ही जिले के सांसद साक्षी महाराज ने भी बांगरमऊ को जिला बनाए जाने की मांग की थी। एडवोकेट श्री अहमद और सांसद की मांग पर कार्यवाही करते हुए शासन ने 13 जून 2017 को राजस्व परिषद से आख्या मांगी थी । राजस्व परिषद ने 12 सितंबर 2017 को जिलाधिकारी उन्नाव, कानपुर नगर व हरदोई से आख्या एव प्रस्ताव मांगा था।
किन्तु राजस्व परिषद के पत्र के अनुपालन में जिला अधिकारियों ने अभी तक कोई कार्यवाही नही की । पत्र में यह भी कहा गया है कि 22 मई 2017 को जिलाधिकारी उन्नाव ने प्रदेश सरकार को पत्र लिखा था कि यह नीतिगत मामला है । जिसका निस्तारण शासन स्तर पर संभव है। इसके बाद 12 सितंबर 2017 को आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद ने जिलाधिकारी उन्नाव, कानपुर नगर एवं हरदोई को पत्र लिखकर आख्याएं मांगी थी। 5 जून 2018 को राजस्व परिषद ने फारूक अहमद को सूचित किया कि 12 सितंबर 2017 को राजस्व परिषद द्वारा जिलाधिकारियों से आख्या मांगी गई थी । जो अभी तक नही मिली । उन्होंने पत्र में कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि जनहित के कार्य में सरकारी तंत्र द्वारा कोई रुचि नहीं ली जा रही है । इसलिए मामला ज्यों का त्यों बना हुआ है। साथ ही श्री अहमद ने यह भी कहा है कि बांगरमऊ विधानसभा के उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो बार बांगरमऊ आए थे। बांगरमऊ की जनता ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर बांगरमऊ को नया जिला घोषित करवाने के लिए अनुरोध भी किया था। जिस पर मुख्यमंत्री जी ने इस पर विचार करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री के आश्वासन पर यहां की जनता ने विश्वास कर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को ऐतिहासिक जीत दिलवाने का काम किया ।एडवोकेट श्री अहमद ने सीएम आदित्यनाथ से मांग की है कि तथ्यों एवं परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित जिलाधिकारियों को अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश दे।
रिपोट बिजयबहादुर सिंह उन्नाव